Wednesday 6 July 2011

युवा वर्ग एवं नशा

19 जून को इन्दोर की एक पाश कालोनी में तीन महिलाओं की हत्या की खबर आती है ! तीन  दिन बाद पुलिस हत्यारों का पता लगा  कर उनको गिरफ्तार  करती है! हत्यारे 20-से 25 वर्ष की आयु के युवा है ! जिनमे दो लडके व् एक लडकी है !
पुलिस पूछताछ में पता चला है कि हत्यारे नशे के आदि  हैं, और हत्या लूट के इरादे से की गयी थी ! हत्या के समय भी ये लोग नशे में थे ! पुलिस के लिए यह एक घटना मात्र हो सकती है  लेकिन सभ्य समाज के लिए यह घटना एक बदनुमा दाग है ! समाज सेवकों बुध्हिजीवियों ,राजनेताओं व् सामाजिक कार्यकर्त्ताओं  द्वारा पत्रकारों और मीडिया के सामने घटना की कड़ी निदा  करने मात्र से कर्तव्य की इतिश्री नहीं हो जाती है ! हम सभी को इस विषय पर बहुत गहराई से विचार करना होगा ! क्योंकि इस तरह की घटनाएँ पुरे देश में घट रही हैं जिसका मुख्य कारण बेरोजगारी, नशीली दवाओं का सेवन, आधुनिकता के नाम पर फूहड़ पाश्चात्य संस्कृति  ही, है ! नशीली दवाओं के सेवन की लत युवा वर्ग के लिए नासूर बन गई है, और इसका सेवन करने वालों की तादाद बड़ी तेजी से बढ़ रही है ! आज की  युवा पीठी इस हद तक गुमराह हो रही है कि नशे की लत की आड़ में हत्या जैसे जघन्य अपराध करते हुए भी इन लोगों के हाथ नहीं कांपते ! असामाजिक तत्वों व् चंद रुपयों के लालच में नशीली दवाओं का व्यापार करने वालों के विरूद्ध कठोरतम  कार्यवाही होना चाहिए व्  इन लोगों का सामाजिक बहिष्कार किया जाना चाहिए !  
सरकार एवं समाज के सभी वर्गों  को इस बुराई के विरूद्ध लड़ने के लिए एक मजबूत इच्छा शक्ति के साथ ईमानदार पहल करनी होगी !