पता नहीं चला
जीवन की इस आप धापी में
साठवे पड़ाव पर कब पहुंचा
पता नहीं चला !
इसकी, उसकी उलझन
सुलझाते सुलझाते कब यंहां पहुंचा
पता नहीं चला !
इन साठ सालों का हिसाब लगाया
लेकिन नफा नुकसान का
पता नहीं चला!
इतने सालों में,मै अपने लिये कब जिया
पता नहीं चला!
बेटी के नन्हे हातों को पकड़कर,
चलाना सिखाते सिखाते ,
कब पोते का हाथ हाथ में आया
पता नहीं चला !
आज जब लगता है सब कुछ पा लिया ,
तो अभावों में बिताये दिनों का
पता नहीं चला !
इसकी, उसकी उलझन
सुलझाते सुलझाते कब यंहां पहुंचा
पता नहीं चला !
इन साठ सालों का हिसाब लगाया
लेकिन नफा नुकसान का
पता नहीं चला!
इतने सालों में,मै अपने लिये कब जिया
पता नहीं चला!
बेटी के नन्हे हातों को पकड़कर,
चलाना सिखाते सिखाते ,
कब पोते का हाथ हाथ में आया
पता नहीं चला !
आज जब लगता है सब कुछ पा लिया ,
तो अभावों में बिताये दिनों का
पता नहीं चला !
1 Comments:
touching, straight from the heart!!
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